बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में, एक भयानक और रहस्यमयी घटना घटित होती थी। गाँव के पास एक पुराना और सुनसान मकान था, जिसे लोग “भूत का घर” कहते थे। लोगों का कहना था कि उस मकान में एक भूत का बच्चा रहता था, जो रात के समय गाँव में घूमता था और लोगों को डराता था।
गाँव के बच्चे उस घर के पास जाने से डरते थे, और बड़े बुजुर्ग भी उस घर के बारे में बात करने से कतराते थे। लेकिन एक दिन, गाँव के एक साहसी युवक, जिसका नाम राहुल था, ने फैसला किया कि वह इस रहस्य को सुलझाएगा। राहुल ने अपने दोस्तों को भी इस साहसी कार्य में शामिल होने के लिए मनाया।
रात के समय, जब पूरा गाँव सो रहा था, राहुल और उसके दोस्त उस मकान के पास पहुंचे। मकान के बाहर एक हल्की, रहस्यमयी रोशनी दिखाई दी। राहुल ने धीरे-धीरे मकान का दरवाजा खोला और अंदर झांका। अंदर का दृश्य देखकर वह हक्का-बक्का रह गया। मकान के भीतर एक छोटा बच्चा, सफेद कपड़ों में लिपटा हुआ, खेल रहा था। उसकी आँखें बेहद उदास और चेहरे पर एक अजीब सा सन्नाटा था।
राहुल ने साहस जुटाकर पूछा, “तुम कौन हो? और यहाँ क्या कर रहे हो?”
बच्चे ने अपनी उदास आँखों से राहुल की ओर देखा और कहा, “मेरा नाम अर्जुन है। मैं इस गाँव का ही था। वर्षों पहले, एक दुर्घटना में मेरी मृत्यु हो गई और मेरी आत्मा यहाँ अटकी रह गई। मैं अपने माता-पिता को ढूंढ रहा हूँ और उन्हें बहुत याद करता हूँ।”
अर्जुन की आवाज में एक अजीब सी सिहरन थी, जिससे राहुल और उसके दोस्तों की रूह कांप गई। राहुल और उसके दोस्तों को अर्जुन की कहानी सुनकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने सोचा कि कैसे अर्जुन की आत्मा को शांति दिलाई जाए। उन्होंने गाँव के बुजुर्गों से इस बारे में बात की। बुजुर्गों ने बताया कि अर्जुन की आत्मा को मुक्ति दिलाने के लिए एक विशेष पूजा की आवश्यकता है।
राहुल और उसके दोस्त उस पूजा की तैयारी में जुट गए। उन्होंने गाँव के पुजारी से सलाह ली और सारी आवश्यक सामग्रियों का इंतजाम किया। पूजा के दिन, पूरी गाँव ने मिलकर पूजा की और अर्जुन की आत्मा के लिए प्रार्थना की। पूजा के दौरान, हवा में एक अजीब सी ठंडक छा गई और एक भयानक आवाज गूँजने लगी। लेकिन जैसे-जैसे पूजा आगे बढ़ी, अर्जुन की आत्मा धीरे-धीरे शांत होने लगी।
पूजा के बाद, अर्जुन की आत्मा ने राहुल और उसके दोस्तों को धन्यवाद कहा और फिर वह धीरे-धीरे हवा में विलीन हो गया। इस घटना के बाद, गाँव वालों का डर खत्म हो गया और उन्होंने मकान को साफ किया और उसे एक स्मारक के रूप में संरक्षित किया।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो हम किसी भी रहस्य को सुलझा सकते हैं और आत्माओं को शांति दिला सकते हैं। राहुल और उसके दोस्तों ने मिलकर गाँव को भूत के बच्चे के डर से मुक्त किया और गाँव में एक नई पहचान दिलाई।